7 महीने पुराने विवाद का पटाक्षेप, स्कूल के ऊपर से हटाई गई 11 केवी हाईटेंशन तार
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
ठूठीबारी के स्वामी विवेकानंद स्कूल की छत से गुजर रही 11 केवी हाईटेंशन तार को आखिरकार हटा दिया गया, जिससे छात्रों और शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है। इस प्रक्रिया में लगभग 7 महीने तक विरोध और प्रशासनिक प्रयासों का दौर चला, लेकिन अंततः बिजली विभाग, जिला प्रशासन और ग्रामीणों की सहमति से समाधान निकाला गया।
क्या था पूरा मामला?
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित स्वामी विवेकानंद स्कूल की छत के ऊपर से 11 केवी हाईटेंशन तार गुजर रही थी, जिससे छात्रों की सुरक्षा को लेकर विद्यालय प्रशासन और अभिभावक चिंतित थे। विद्यालय प्रशासन ने बिजली विभाग से इस तार को हटाने की मांग की, जिसके बाद विभाग ने तार स्थानांतरण का स्टीमेट जारी कर धनराशि जमा करने को कहा। विद्यालय प्रशासन ने पूरी राशि जमा कर दी, लेकिन जब 2 अक्टूबर 2024 को तार स्थानांतरित करने का कार्य शुरू हुआ, तो ग्रामीणों ने विरोध कर दिया।
ग्रामीणों का विरोध और मामला जिलाधिकारी तक पहुंचा
शांतिनगर मोहल्ले के स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि हाईटेंशन तार को आबादी वाले क्षेत्र से ले जाना खतरनाक हो सकता है, इसलिए इसे अंडरग्राउंड किया जाए। इसको लेकर 7 जनवरी 2025 ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी महराजगंज को ज्ञापन सौंपा।
जिलाधिकारी ने बिजली विभाग को सुरक्षा को प्राथमिकता देने और एक बेहतर समाधान तलाशने का निर्देश दिया।
समाजसेवी की पहल, उच्चस्तरीय हस्तक्षेप से मिली सफलता
एक समाजसेवी द्वारा जनसुनवाई पोर्टल, जनसूचना अधिनियम और ट्विटर के माध्यम से इस समस्या को उजागर किया गया, जिससे ऊपर तक मामला पहुंचा और समाधान के निर्देश जारी किए गए।
3 अप्रैल 2025: प्रशासनिक हस्तक्षेप से सुलझा मामला
तीन अप्रैल 2025 को चार थानों की पुलिस टीम, तहसील प्रशासन और राजस्व विभाग की मौजूदगी में सभी पक्षों को समझाया गया, जिसके बाद सभी की सहमति से हाईटेंशन तार को स्थानांतरित कर नया विद्युत खंभा स्थापित किया गया।
स्कूली छात्रों और अभिभावकों को राहत, विद्युत विभाग की सराहना
बिजली विभाग के इस महत्वपूर्ण कार्य की विद्यालय प्रशासन, अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने सराहना की। अब छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित होने से एक बड़े हादसे की आशंका टल गई।
अब स्कूल के छात्रों को बिना किसी खतरे के सुरक्षित शिक्षा मिल सकेगी।