मुख्य आरोपी महंत की गिरफ्तारी न होने पर हाईकोर्ट ने मांगा यूपी सरकार से जवाब
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, गाजियाबाद/उत्तर प्रदेश
गाजियाबाद के मुरादनगर में गंग नहर घाट ‘छोटा हरिद्वार’ में महिला चेंजिंग रूम में खुफिया कैमरे मिलने की घटना के तीन महीने बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपी महंत मुकेश गिरि की गिरफ्तारी न होने पर हाईकोर्ट ने यूपी सरकार से सख्त जवाब मांगा है। कोर्ट ने यूपी सरकार के चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिया है कि केवल हलफनामा जमा करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि मामले की गहराई से जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कोर्ट ने 12 सितंबर तक जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में दाखिल करने का आदेश दिया है।
- महंत की याचिका पर सुनवाई: आरोपी महंत मुकेश गिरि की रिलीफ याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत ने हाई लेवल कमेटी से जांच कराने का निर्देश दिया, जिससे महंत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
- दारोगा की भूमिका पर सवाल: कोर्ट ने मामले में दारोगा रामपाल सिंह द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे को भ्रामक माना और पुलिस उपायुक्त गाजियाबाद से इस पर स्पष्टीकरण मांगा। बताया गया कि भ्रामक हलफनामा दाखिल करने वाले दारोगा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
- महिलाओं की निजता का हनन: घटना में महंत मुकेश गिरि ने चेंजिंग रूम में सीसीटीवी कैमरे का एक्सेस अपने मोबाइल पर लिया हुआ था, जिसके जरिए उसने 300 से अधिक महिलाओं के वीडियो बनाए। इन वीडियो में से 70 से अधिक फुटेज चेंजिंग रूम की हैं। महिला द्वारा इस घटना के विरोध पर महंत ने उससे अभद्रता की, जिसके बाद एफआईआर दर्ज कराई गई।
- पुलिस द्वारा कार्रवाई: महिला की शिकायत पर मुरादनगर थाना पुलिस ने महंत मुकेश गिरि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी, लेकिन अब तक महंत की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिस पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई है और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।