- मायावती की रणनीति: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तय करने के लिए एक बड़ी बैठक बुलाई है।
- बैठक का उद्देश्य: बैठक में मायावती उपचुनाव की तैयारी, मुद्दे, और रणनीति पर चर्चा करेंगी। साथ ही, आरक्षण और जातीय जनगणना पर पार्टी की स्थिति को स्पष्ट करेंगी।
- पदाधिकारियों की भागीदारी: बैठक में बीएसपी के केंद्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी के वरिष्ठ पदाधिकारी, राष्ट्रीय महासचिव, मंडल कोऑर्डिनेटर, प्रभारी, जिलाध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधि शामिल होंगे।
- राजनीतिक हमले: मायावती ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर आरक्षण और जातीय जनगणना के मुद्दों पर राजनीति करने का आरोप लगाया है, जिसे लेकर वह पदाधिकारियों को जनता के बीच जागरूकता फैलाने के निर्देश देंगी।
- आकाश आनंद की उपस्थिति: मायावती के उत्तराधिकारी और नेशनल कन्वीनर आकाश आनंद भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
बैठक का समय और स्थान:
- समय: बैठक दोपहर 12 बजे से शुरू होगी।
- स्थान: बीएसपी का लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय।
अब जान लेते है विस्तार से…..
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कमर कस ली है. उपचुनाव किन मुद्दों पर लड़ना है? क्या रणनीति होगी? इसके लिए मायावती ने आज यानी मंगलवार को एक बड़ी बैठक बुलाई है.
बीएसपी की इस बैठक में केंद्रीय कार्यकारिणी कमेटी, ऑल इंडिया और स्टेट पार्टी यूनिट के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ-साथ देश भर से चयनित पार्टी के प्रतिनिधि शामिल होंगे. मायावती बैठक को संबोधित करेंगी. दोपहर 12 बजे से लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर बैठक शुरू होगी. बैठक में पार्टी के उत्तराधिकारी व नेशनल कन्वीनर आकाश आनंद भी शामिल होंगे. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, मंडल कोऑर्डिनेटर, प्रभारी और जिलाध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे.
बसपा कार्यालय में बैठक के लिए सुबह 8 बजे से ही केंद्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं का पहुंचना शुरू हो चुका है. बीएसपी के सूत्र बताते हैं कि इस बैठक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर पदाधिकारियों को मायावती समझाएंगी. उन्हें किस तरह से काम करना है इसके बारे में बताएंगी.
इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में हो रहे चुनाव के बारे में वहां के नेताओं से विचार विमर्श कर चुनावी रैलियों और जनसभाओं के बारे में बात करेंगी. इन दिनों देशभर में आरक्षण और जातीय जनगणना की बहस छिड़ी हुई है. इसे लेकर बीएसपी सुप्रीमो अपनी पार्टी के पदाधिकारियों को विशेष तौर से संबोधित करेंगी. आरक्षण और जातीय जनगणना के पक्ष में हमेशा से बहुजन समाज पार्टी रही है. इस बात को जनता के बीच पहुंचाने के लिए पदाधिकारियों को बताएंगी.
मायावती आरक्षण और जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की तरफ से हो रही राजनीति के बारे में जनता को सजग करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों से कहेंगी. बता दें कि बीएसपी अध्यक्ष लगातार कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर हमलावर हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार जातीय जनगणना और आरक्षण के मुद्दे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को घेर रही हैं.
यही नहीं एक दिन पहले तो मायावती ने साल 1995 की घटना को भी याद करते हुए प्रदेश की जनता को सपा के कारनामों से अवगत कराया, जबकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार की अनदेखी के बारे में भी खुलकर अपनी पोस्ट में उल्लेख किया.