पकड़ी भारत खंड और गुरली रमगढ़वा के ग्रामीणों ने इमाम हुसैन की शहादत की याद में अनोखा ताजिया बनाया
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
मोहर्रम 2025 के मौके पर निचलौल विकासखंड में धार्मिक सद्भाव और कौशल कारीगरी का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। इस बार पकड़ी भारत खंड में मस्जिदे नबी और मदीना शरीफ की तर्ज पर तैयार किए गए भव्य ताजिए ने पूरे इलाके में अलग पहचान बना ली है। करीब 15 लाख रुपये की लागत से 50 फीट लंबा, 60 फीट चौड़ा और 35 फीट ऊंचा यह ताजिया ग्रामीणों के आपसी सहयोग से बना है, जो सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक माना जा रहा है।
इधर, ग्राम सभा गुरली रमगढ़वा में देवा शरीफ की तर्ज पर 9 खंडों वाला ताजिया तैयार किया गया है, जिसकी लंबाई और ऊंचाई 60 फीट व चौड़ाई 30 फीट रखी गई है। मुंशी अंसारी ने बताया कि इसमें बांस, काटी, तार, कागज और तिरपाल जैसी पारंपरिक सामग्री का प्रयोग किया गया है। बुल्ला अंसारी और छागुर मिस्त्री जैसे अनुभवी कारीगरों की मेहनत से करीब 5 लाख रुपये में यह ताजिया लोगों के सामने आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
इस अनोखी पहल ने युवाओं में भी बड़ा उत्साह भर दिया है। 6 जुलाई की रात और 7 जुलाई को पकड़ी भारत खंड में तथा 6 जुलाई को गुरली रमगढ़वा में ताजिया जुलूस निकाला जाएगा। आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंच रहे हैं। आयोजनकर्ताओं ने प्रशासन से सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की है।