भारत-नेपाल सीमा पर स्थित ठूठीबारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्थाओं का बोलबाला
मरीजों को दिनभर करना पड़ रहा डॉक्टरों के इंतज़ार का सामना, शुक्रवार को डॉक्टर और फार्मासिस्ट के बीच हुई थी तीखी नोकझोंक
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
ठूठीबारी/महराजगंज। भारत-नेपाल सीमा से सटे ठूठीबारी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) की अव्यवस्थाएं इन दिनों मरीजों के लिए सिरदर्द बन चुकी हैं। दूर-दराज़ के गांवों के साथ-साथ नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से भी रोज़ाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए यहां आते हैं, लेकिन सुबह से लेकर शाम तक डॉक्टर का इंतज़ार करते रह जाते हैं।
शुक्रवार को स्थिति तब और बिगड़ गई जब डॉक्टर और फार्मासिस्ट के बीच तीखी झड़प हो गई। इसके बाद से डॉक्टर छुट्टी पर हैं और फार्मासिस्ट पर सारा बोझ आ गया है। स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई हैं। फार्मासिस्ट के पसीने छूट रहे हैं क्योंकि वह अकेले दर्जनों मरीजों की दवाओं व इलाज की जरूरतें पूरी करने में अक्षम हैं।
आज शनिवार को करीब चार दर्जन मरीज डॉक्टर के इंतजार में टकटकी लगाए बैठे रहे। मरीजों में फूलमती, अनुपमा, पुष्पा, मीरा साहनी, शेषनाथ, पुष्पा देवी (नेपाल), संतोष, शकुंतला, कैलाशी, इंद्रावती, खुशहाल, लक्ष्मण, मुन्ना, ज्ञान्ती देवी समेत अनेक लोग शामिल रहे। सभी ने बताया कि वे सुबह से लाइन में खड़े हैं लेकिन न डॉक्टर आए, न कोई सुनवाई हुई।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यह स्थिति कोई नई नहीं है। डॉक्टर अक्सर समय पर नहीं आते और मरीजों का पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। लाखों की आबादी और मित्र राष्ट्र नेपाल के सीमावर्ती गांवों की स्वास्थ्य सेवा की यह दशा बेहद चिंताजनक है।
आला अधिकारियों की असंवेदनशीलता और निरीक्षण की कमी के चलते यह स्वास्थ्य केंद्र हाथी के दांत बन गया है — जो दिखाने के और हैं, और खाने के और।
स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि तत्काल प्रभाव से यहां डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित की जाए, स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया जाए और दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।