बिना पहचान पत्र और कार्य के कार्यालय में प्रवेश वर्जित
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
महराजगंज: महराजगंज के सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय (एआरटीओ) में एक नए नियम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) विनय कुमार ने कार्यालय में एक बोर्ड लगवाया है, जिसमें लिखा गया है कि “बिना पहचान पत्र और कार्य के कार्यालय में प्रवेश वर्जित है।” इस नियम के तहत अनधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिससे आम नागरिकों और अधिवक्ताओं में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है।
नए नियम के खिलाफ अधिवक्ताओं का विरोध
नए नियम के तहत बिना वैध कार्य और पहचान पत्र के किसी को भी एआरटीओ कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है। इस फैसले के विरोध में अधिवक्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि “कोई भी सरकारी कार्यालय जनता के लिए खुला होना चाहिए, इस तरह की पाबंदियां असंवैधानिक हैं।”
पहले भी विवादों में रहे हैं एआरटीओ विनय कुमार
एआरटीओ विनय कुमार इससे पहले भी विवादों में रहे हैं। उन पर कार्यालय में कर्मचारियों के उत्पीड़न और सड़क पर अवैध वसूली की शिकायतें पहले भी सामने आ चुकी हैं। अब इस नए नियम से उनकी कार्यशैली को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।
एआरटीओ ने दी सफाई, लेकिन जनता में रोष बरकरार
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए एआरटीओ विनय कुमार ने कहा कि “शासन के निर्देश पर यह नियम लागू किया गया है, ताकि कार्यालय में अनुशासन बना रहे।” हालांकि, इस फैसले से लोगों में असंतोष बना हुआ है, और अधिवक्ताओं समेत आम जनता ने इस फैसले को वापस लेने की मांग की है।
प्रशासन पर बढ़ा दबाव, क्या होगा समाधान?
इस मुद्दे पर बढ़ते विरोध को देखते हुए अब प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। देखना होगा कि क्या यह नियम जारी रहेगा या जनता और अधिवक्ताओं के विरोध को देखते हुए इसमें कोई बदलाव किया जाएगा।