बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
ठूठीबारी/महराजगंज। ठूठीबारी के मरचहवा रोड स्थित नवनिर्मित भारत-नेपाल मैत्री हॉट बाजार की नीलामी प्रक्रिया मंगलवार को भारी हंगामे के कारण स्थगित कर दी गई। ब्लॉक प्रमुख रामाशंकर गौतम और खंड विकास अधिकारी (BDO) शमा सिंह की अध्यक्षता में हुई इस नीलामी में 48 दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसके लिए 259 आवेदकों ने आवेदन किया था। हालांकि, जैसे ही बोली शुरू हुई, व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों में असंतोष फैल गया, जिससे माहौल गर्मा गया और हंगामे के बीच प्रशासन को नीलामी रोकनी पड़ी।
नीलामी में गड़बड़ी के आरोप, पारदर्शिता पर उठे सवाल
नीलामी की शुरुआत में 251 रुपये मासिक किराए से बोली लगाई गई, जो बढ़ते हुए 501 रुपये तक पहुंची। लेकिन जैसे ही 5001 रुपये की बोली लगी, व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों में नाराजगी बढ़ गई। लोगों ने नीलामी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया और लक्की ड्रा प्रणाली से दुकानों के आवंटन की मांग की।
हालात बिगड़ते देख कोतवाली पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान, ग्राम प्रधान की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय बनी रही, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिला।
प्रशासन की सफाई और आगे की प्रक्रिया
BDO शमा सिंह ने बताया कि व्यापारियों और ग्रामीणों ने नीलामी को पारदर्शी बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाकर लक्की ड्रा से दुकानों के आवंटन की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को उच्च अधिकारियों तक भेजा जाएगा और जल्द ही नीलामी की नई तारीख घोषित की जाएगी।
इस नीलामी प्रक्रिया में ब्लॉक प्रमुख रामाशंकर गौतम, ग्राम पंचायत अधिकारी पिंटू रौनियार, पंचायत सहायक विनय पांडेय, अवधेश निगम, वसीम राइन, कुलदीप निगम, सजन लाल निगम, मनोज गौंड समेत कई लोग उपस्थित रहे। अब सभी की नजरें प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या लक्की ड्रा प्रणाली को अपनाया जाएगा या फिर बोली प्रक्रिया को ही जारी रखा जाएगा।
विश्लेषण: क्या नीलामी में पारदर्शिता पर उठ रहे सवाल सही हैं?
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बोली प्रणाली पर विरोध – व्यापारियों को शक था कि उच्च बोली लगाने वाले कुछ लोग पहले से ही तय थे, जिससे नीलामी प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं रही।
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लक्की ड्रा की मांग – ग्रामीणों का मानना है कि यदि लक्की ड्रा प्रणाली अपनाई जाती है, तो हर किसी को समान अवसर मिलेगा और गड़बड़ी की संभावना कम होगी।
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प्रशासन की भूमिका – अधिकारियों पर जल्दबाजी में उद्घाटन करने और उचित संवाद न करने के आरोप लगे हैं।
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भविष्य की संभावनाएं – यदि लक्की ड्रा अपनाया जाता है, तो यह प्रशासन की निष्पक्षता दिखाएगा, लेकिन इससे बाजार के वाणिज्यिक मूल्यों पर असर पड़ सकता है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन क्या निर्णय लेता है और व्यापारियों की मांगों को कितनी गंभीरता से लिया जाता है।
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