भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों और एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) जवानों के बीच हिंसक मुठभेड़
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
महराजगंज, उत्तर प्रदेश । महराजगंज में भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों और एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) जवानों के बीच हुई हिंसक मुठभेड़ ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना निचलौल तहसील के ग्राम कनमिशवा में घटित हुई, जहां तस्करों ने एसएसबी जवानों की पेट्रोलिंग गाड़ी को तोड़ दिया और जवानों को जमकर पीटा। महराजगंज में भारत नेपाल सीमा पर तस्करों ने एक बार फिर दुस्साहस दिखाया है। तस्कर एसएसबी जवानों से भिड़ गए। यह तब हुआ जब एसएसबी जवान पेट्रोलिंग कर रहे थे। इसी दौरान तस्करों ने एसएसबी जवानों के बोलेरो पर हमला बोल दिया। काफी मशक्कत के बाद भी एसएसबी जवान चाइनीज माल लदा पिकअप नहीं पकड़ पाए।
तस्करों का हमला और जवानों की चोटें
तस्करों ने इंस्पेक्टर सीडी मुकेश कुमार का हाथ तोड़ दिया। सरहद की सुरक्षा करने वाली एसएसबी ही को अब अपनी सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस से गुहार लगानी पड़ रही है। सोचने वाली बात यह है कि जब सेना के जवान ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी।
घटना का विवरण
पूरा मामला झुलनीपुर बीओपी कैंप क्षेत्र ग्राम सभा करमिशवा के पास का है। यहां से रात में चाइनीज माल की तस्करी हो रही थी। इसकी सूचना मिलने पर छापेमारी के लिए एसएसबी जवानों की एक टीम मौके पर पहुंची। यहां टीम को देखते ही तस्कर भड़क गए और बोलेरो पर हमला बोल दिया। जिसमें कई जवान घायल हो गए। मौका देखते ही तस्कर नेपाल फरार हो गए।
पिछले साल की घटना
पिछले साल भी तस्करों ने एसएसबी का अस्थाई कैंप तक फूंक दिया था। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर तस्करों के आगे एसएसबी इतनी बेबस क्यों है? क्या जवानों को कार्रवाई करने के लिए किसी ने रोक रखा है? या फिर तस्कर इतने मनबढ़ हो गए कि तस्करी के लिए वे किसी पर भी अटैक कर सकते हैं? अब ऐसे में सीमा की निगहबानी में लगी एजेंसियों को पूरी कड़ाई के साथ तस्करी व तस्करों से निबटना होगा। एसएसबी के आला अधिकारियों ने घटना पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। चौकी प्रभारी नीरज कुमार बहुआर ने बताया कि एसएसबी ने तहरीर दर्ज कराई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सुरक्षा पर गंभीर सवाल
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर तस्करों को कौन संरक्षण दे रहा है और जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित क्यों नहीं हो पा रही है।