हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में मायावती की चुनावी रैलियों का इंतजार, दलित वोट बैंक में बंटवारे की आशंका
लखनऊ। हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पूरी तैयारी कर ली है। इसी क्रम में बसपा प्रमुख मायावती की रैलियों की मांग भी बढ़ती जा रही है। बसपा ने राज्य के कई जिलों में मायावती की चुनावी रैलियों का कार्यक्रम तय करना शुरू कर दिया है, जिसमें अंबाला, पलवल, सिरसा और जींद जैसे जिले शामिल हैं। इन रैलियों की तारीखों की घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है।
इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में भी मायावती चुनावी जनसभाओं को संबोधित करने की योजना बना रही हैं। दरअसल, दोनों राज्यों में आजाद समाज पार्टी, बसपा को कड़ी चुनौती दे रही है, जिससे दलित वोट बैंक में बंटवारे की संभावना है। खासकर हरियाणा में, बसपा और इनेलो गठबंधन के लिए यह मुश्किलें पैदा कर सकता है।
बसपा, जो आमतौर पर लुभावनी घोषणाओं से दूर रहती है, इस बार हरियाणा में बेरोजगारी भत्ता, महिलाओं के रसोई खर्च के लिए पैसे, और मुफ्त गैस सिलेंडर जैसी योजनाओं के जरिए वोटरों को आकर्षित कर रही है।
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है, जबकि मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। पहले यह चुनाव 1 अक्टूबर को होना था, जिसकी मतगणना 4 अक्टूबर को होनी थी, लेकिन चुनाव की तारीखों में बदलाव किया गया है।