अमेठी जिले के रामगंज थाना क्षेत्र में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें धर्म परिवर्तन का विरोध करने पर एक युवती के साथ बलात्कार किया गया। पीड़िता, जो कि दूसरे समुदाय से संबंधित है, ने बताया कि गांव के प्रधानपति के कहने पर उसने मनरेगा में मेट के रूप में काम करना शुरू किया था। इस दौरान प्रधान के यहां आने-जाने वाले आजाद, मुंशीरजा, मो. मंसूर, और अब्दुल मजीद ने मिलकर 7 मई की रात उसे बहला-फुसलाकर भगाया और धर्म परिवर्तन का दबाव डालने लगे।
पीड़िता का आरोप है कि आजाद ने उसे एक शपथ पत्र पर जबरन हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया और जब उसने धर्म परिवर्तन से इंकार किया, तो उसके साथ कई बार बलात्कार किया गया। घटना की शिकायत करने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। आजाद उसे सुल्तानपुर जिले में एक गोपनीय स्थान पर रखता था।
15 जुलाई की रात जब आजाद उसे अपने घर लेकर आया, तो पीड़िता किसी तरह बहाना बनाकर वहां से भागने में सफल रही। इसके बाद 16 जुलाई को पीड़िता के पिता ने रामगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अंततः 22 अगस्त को फिर से थाने पहुंचने पर, पुलिस ने 24 अगस्त को ग्राम प्रधानपति सहित 5 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों—आजाद, मुंशीरजा, और मो. मंसूर—को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।