बुलंदशहर से हाल ही में हुए एक वायरल वीडियो का अधिकारियों ने लिया संज्ञान दोषियों पर की कार्यवाही
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, बुलंदशहर/उत्तर प्रदेश
बुलंदशहर से हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पुलिसकर्मियों ने एक युवक की कार को रोककर उसमें पिस्तौल रख दी और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने घटना में शामिल चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
वायरल वीडियो के आधार पर हुई कार्रवाई
यह पूरी घटना बुलंदशहर के शिकारपुर थाना क्षेत्र में हुई। इस घटना का एक कथित वीडियो भी ऑनलाइन सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मी मोटरसाइकिल से हथियार निकालकर कार में रखते नजर आ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि वीडियो में दिख रहे सभी पुलिसकर्मियों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मामले में प्रभारी, कस्बा चौकी प्रभारी और दो कांस्टेबल निलंबित
पुलिस अधीक्षक (अपराध) राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि शिकारपुर के थाना प्रभारी, कस्बा चौकी प्रभारी और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहे दो होमगार्डों के संबंध में एक अलग रिपोर्ट भेजी जा रही है।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के बाद पूरे मामले की जांच भी करवाई जाएगी। जांच रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजी जाएगी। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में भी गुस्सा था और इस मामले ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया।
घटना को लेकर अखिलेश यादव का सरकार पर हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए कहा, “सीएम योगी की यूपी की बुलंदशहर पुलिस का कारनामा देखिए… बाइक से सफेद पोटली में लिपटा तमंचा निकाला और कार में रख दिया, फिर कार मालिक दलित व्यक्ति अमित को जेल भेज दिया।” उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में पुलिस सीएम योगी के इशारे पर दलितों, पिछड़ों और विपक्षियों को फर्जी तरीके से फंसाकर जेल भेजने का काम कर रही है।