बॉर्डर न्यूज़ लाइव, कासगंज/उत्तर प्रदेश
कासगंज – जिले के सत्र न्यायालय से मंगलवार को लापता हुई महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर का शव बुधवार की देर रात हजारा नहर से बरामद हुआ। शव पर कई जगह चोटों के निशान मिले हैं, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
मोहिनी तोमर, जो कि नदरई गेट स्थित माधोपुरी कॉलोनी के निवासी बृजेंद्र तोमर की पत्नी थीं, कासगंज जिला सत्र न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में कार्यरत थीं। मंगलवार दोपहर उनके पति बृजेंद्र उन्हें कोर्ट में छोड़कर आए थे, लेकिन वह शाम तक घर नहीं लौटीं। इस पर बृजेंद्र ने सदर कोतवाली में पत्नी की गुमशुदगी दर्ज कराई। उनका मोबाइल भी लगातार स्विच ऑफ जा रहा था, जिससे परिवार और पुलिस को चिंता बढ़ गई।
महिला अधिवक्ता की गुमशुदगी की खबर कासगंज में तेजी से फैल गई। विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने एकजुट होकर पुलिस से जल्द से जल्द मोहिनी तोमर की तलाश करने की अपील की, और कई व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए।
बुधवार की देर रात सहावर कोतवाली क्षेत्र के रजपुरा नहर में एक महिला का शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया और गोताखोरों की मदद से शव को नहर से बाहर निकाला। बृजेंद्र तोमर ने शव की पहचान अपनी पत्नी मोहिनी तोमर के रूप में की।
शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिलने से पति ने हत्या की आशंका जताई है। एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है, और जल्द ही सच्चाई सामने लाने की कोशिश की जा रही है।
मामले की प्रमुख बातें:
- लापता अधिवक्ता का शव नहर से बरामद: मोहिनी तोमर का शव कासगंज की हजारा नहर से मिला, जहां से उसे गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया।
- शरीर पर चोट के निशान: शव पर चोटों के कई निशान पाए गए हैं, जिससे हत्या की आशंका को बल मिला है।
- पुलिस की जांच जारी: एसपी कासगंज ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही सच्चाई का पता चलेगा।