घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि 29 जनवरी 2022 को कृष्णा के पिता रामवीर की हत्या के मामले में अमोल पहलवान को मुख्य आरोपी बनाया गया था। उस घटना की पुरानी रंजिश के चलते यह हत्या की गई है। पुलिस ने कहा कि घटना में शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और मामले की सघनता से जांच की जा रही है।
क्या है पूरा मामला जानते है विस्तार से
मथुरा में शेरगढ़ के पैगांव में सीताराम बगीची पर समाज की कुरीतियों को लेकर पंचायत बुलाई गई थी। इस पंचायत में पूर्व प्रधान स्व. रामवीर का बेटा कृष्णा चौधरी भी पहुंचा था। कृष्णा ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के अमोल पहलवान को भरी पंचायत में गोलियों से भून दिया। इससे अनमोल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद कृष्णा चौधरी मौके से फरार हो गया। घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। दरअसल, पैगांव में 29 जनवरी 2022 को कोकिलावन मार्ग पर तीन शूटरों ने उस समय के प्रधान रामवीर की हत्या कर दी थी। इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने अमोल पहलवान को मुख्य आरोपी बनाया था। इसके बाद समाज की कुरीतियों को लेकर पंचायत बुलाई गई थी, जिसमें रामवीर के बेटे कृष्णा चौधरी ने भरी पंचायत में अमोल पहलवान की हत्या कर दी. हत्या की वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय का कहना है कि शेरगढ़ क्षेत्र के पैगांव में हत्या की घटना हुई है, जिसमें अमोल पहलवान नाम के व्यक्ति को गोली लगी थी। उसके परिजन जब अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। गांव में एक स्थानीय विषय पर पंचायत चल रही थी, जिसमें कृष्णा चौधरी और अमोल पहलवान भी था, दोनों के बीच कहासुनी हुई मृतक के परिजनों का कहना है कि कृष्णा और उसके साथियों ने अमोल पर गोली चला दी, जिससे वह घायल हो गया। जब अस्पताल ले गए तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। एसएसपी ने कहा कि घटना के पीछे पुरानी रंजिश है। 2022 में कृष्णा चौधरी के पिता रामवीर की हत्या हुई थी। हत्या का मुख्य आरोपी अमोल पहलवान था। वह जेल भी गया था, इस घटना में जितने भी लोग शामिल होंगे, उनको गिरफ्तार किया जाएगा। पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है।