चर्चा :आर्थिक तंगी के कारण लिया खुदखुशी का निर्णय
न्यूज़ डेस्क गोरखपुर..(विमलेश नायक हैप्पी की रिपोर्ट)
गोरखपुर/उत्तर प्रदेश |
गोरखपुर के शाहपुर इलाके में गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा में पिता संग दो बेटियों ने दुपट्टे का शव फंदा से लटकता हुआ मिला। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर एसपी सिटी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। बताया जा रहा है कि बच्चियों की फीस पांच महीने से बकाया थी । सूत्रों के अनुसार, शाहपुर इलाके के गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा निवासी ओमप्रकाश श्रीवास्तव के दो बेटे हैं। दोनों अलग बगल के मकान में रहते हैं। ओमप्रकाश मूल रूप से बिहार के गुठनी थाना क्षेत्र सिवान के रहने वाले हैं। घोसीपुरवा में तीस साल से मकान बनवा कर रहते हैं। ओम प्रकाश के बड़े बेटे जितेंद्र श्रीवास्तव (45) अपनी दो बेटियों और पिता के साथ रहते थे। जितेंद्र श्रीवास्तव घर में ही सिलाई का काम करते थे। गांव से आते समय मैरवा स्टेशन पर 1999 में ट्रेन से गोरखपुर आते समय एक पैर कट गया था। कृत्रिम पैर के सहारे घर में ही सिलाई का काम करते थे जबकि उनकी पत्नी सिम्मी की दो साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी। घर के अन्दर फंदा से झूलती शव मिलने से मोहल्ले में सनसनी फैल गई है। ऐसी चर्चा है कि श्रीवास्तव आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे 5 महीने से दोनों बच्चियों का स्कूल में फीस जमा भी नहीं हो पाया था।