कोरोना जैसी महामारी में जनपद में जितनी मौतें हुईं लगभग उससे दस गुना ज्यादा मौतें प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में हो जाती हैं: जिलाधिकारी
यातायात माह के बजाय यातायात वर्ष मनाएं और अपने साथ-साथ दूसरों के जीवन की भी रक्षा करें: सत्येन्द्र कुमार
न्यूज़ डेस्क महराजगंज…..(विमलेश नायक हैप्पी की रिपोर्ट)
महराजगंज |
यातायात माह नवंबर-2022 का समापन समारोह पुलिस लाइन महराजगंज में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री सत्येन्द्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने पुलिस अधीक्षक, सीओ ट्रैफिक सहित पूरे पुलिस विभाग को यातायात माह के सफल संचालन के लिए बधाई देते हुए कहा कि कोरोना जैसी महामारी में जनपद में जितनी मौतें हुईं लगभग उससे दस गुना ज्यादा मौतें प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में हो जाती हैं। इनमें अधिकांश मौतें सीट बेल्ट और हेलमेट जैसे छोटे लेकिन महत्वपूर्ण उपायों से टाली जा सकती हैं। मेरा सभी दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों से अनुरोध है कि हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें। उन्होंने कहा कि यातायात माह अभियान को पूरे महीने चलाने के पीछे की सोच भी है कि वैज्ञानिक रूप से ऐसा माना जाता है कोई काम लगातार 21 दिन करने पर वह आदत में शामिल हो जाता है। उम्मीद है कि हेलमेट और सीटबेल्ट की आदत हमारे जनपदवासियों को पड़ गयी होगी। इसका आभास आजकल सड़कों पर होता भी है। बस जरूरत इस अच्छी आदत को बनाये रखने की है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतें ऐसी हैं जिनको सड़क सुरक्षा से जुड़ी छोटी-छोटी बातों का पालन कर टाला जा सकता है। इसलिए मेरी सभी से अपील है कि यातायात माह के बजाय यातायात वर्ष मनाएं और अपने साथ-साथ दूसरों के जीवन की भी रक्षा करें।
डीएम ने सड़क सुरक्षा व यातायात जागरूकता माह के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया। कहा कि कोरोना जैसी महामारी में जनपद में जितनी मौतें हुईं लगभग उससे दस गुना ज्यादा मौतें प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में हो जाती हैं। इनमें अधिकांश मौतें सीट बेल्ट और हेलमेट जैसे छोटे लेकिन महत्वपूर्ण उपायों से टाली जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतें ऐसी हैं जिनको सड़क सुरक्षा से जुड़ी छोटी-छोटी बातों का पालन कर टाला जा सकता है। इसलिए मेरी सभी से अपील है कि यातायात माह के बजाय यातायात वर्ष मनाएं और अपने साथ-साथ दूसरों के जीवन की भी रक्षा करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसपी डॉ. कौस्तुभ ने कहा कि यातायात माह जैसे जागरूकता कार्यक्रम को चलाने के पीछे कारण सड़क दुर्घटनाओं की भयावहता है। उन्होंने बताया कि जनपद में अक्टूबर तक सड़क हादसों में 272 मौतें हुई हैं। जबकि हत्या व अन्य अपराधों के कारण हुई मौतें 18 हैं। ये 272 मौतें रिपोर्ट की गई मौतें हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा और भी मौतें सड़क दुर्घटना में हुई होंगी। अनुमानित तौर पर जनपद में प्रति वर्ष लगभग 500 मौतें सड़क हादसे में हो जाती हैं। इन मौतों को टाला जा सकता है, अगर लोग हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलते समय अगर लोग यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने सड़क सुरक्षा के संदर्भ में लोगों को जागरूक करने का कार्य अनवरत रूप से जारी रखने की अपील की। इसके अंतर्गत स्कूलों, कॉलेजों और चौराहों व तिराहों पर यातायात जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पुलिस विभाग हेलमेट पर विशेष जोर दिया गया। इस दौरान 12500 चालान काटे गए और 01 करोड़ से अधिक राशि का जुर्माना वसूल किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग का पूरा प्रयास रहेगा की आगे भी लोग यातायात नियमों का पालन करें।
घायलों की मदद पर व्यवसायी गौरीशंकर व विक्की सम्मानित
सड़क सुरक्षा व यातायात जागरूकता माह के समापन समारोह में सड़क दुर्घटना में शिकार लोगों की मदद के लिए व्यवसायी गौरीशंकर गुप्ता व विक्की अग्रहरी को सम्मानित किया गया। यातायात निरीक्षक हरी सिंह को 18 सौ चालान के लिए व थाना नौतनवां के उपनिरीक्षक ओम प्रकाश गुप्ता 180 चालान के लिए पुरस्कृत किया गया। कोतवाली थाना को सर्वाधिक चालान के लिए पुरस्कृत किया गया। इससे पूर्व सीओ ट्रैफिक श्री सुनील दत्त दूबे ने डीएम व सीओ पुलिस लाइन अनिरुद्ध कुमार ने एसपी को स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया। जवाहर नवोदय के विद्यार्थियों व मलबेरी कान्वेंट स्कूल सिसवा की खुशी अग्रवाल ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। फनवैली प्ले वे स्कूल के बच्चों ने सड़क सुरक्षा संबंधी विभिन्न स्लोगन के साथ उपस्थित लोगों को जागरूक किया।