मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्रीय मांग पत्र डीएम को किया सुपूर्द
न्यूज़ डेस्क महराजगंज……
महराजगंज |
11 सूत्रीय मांग को लेकर दिन सोमवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े राज्य कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना देकर मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्रीय मांग पत्र डीएम को दिया। शासन प्रशासन को आगाह किया कि यदि मांग नहीं पूरी हुई तो आंदोलन बृहद रूप से किया जाएगा।
ये है राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े राज्य कर्मचारियों की मांग
– पुरानी पेंशन बहाल किया जाए।
– पदोन्नति किया जाए।
– महंगाई व अन्य भत्ते को बहाल किया जाए।
– कैशलेश चिकित्सा में पांच लाख की सीमा को समाप्त किया जाए।
– विभागों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए।
– संविदा, आउट सोर्सिंग के रूप में कार्य करे कर्मचारियों को स्थायी किया जाए।
– आंगनबाड़ी, रसोइया, रोजगार सेवक, मनरेगा कर्मी, कम्प्यूटर आपरेटर अन्य को राजकीय कर्मी घोषित किया जाए।
– विभागीय विवाद समाधान फोरम को एक्टिव किया जाए।
– फील्ड कर्मचारियों को मोटरसाइकिल भत्ता दिया जाए।
इन मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष श्रीभागवत सिंह ने कहा कि राज्य कर्मचारियों की सबसे पुरानी और बड़ी मांग पुरानी पेंशन बहाली है। देश के कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली कर कर्मचारियों को बड़ी राहत दी गई है। लेकिन उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है। पेंशन बढ़ापे में सहारा होने के साथ ही परिवार को जोड़े रखने का कार्य करता है। लेकिन शासन प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं दिखता। जबतक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होगा कर्मचारी आंदोलन करते रहेंगे। सभी कर्मचारी एक होकर रहें। नलकूप संघ के जिलाध्यक्ष रामदयाल यादव ने कहा कि सरकार जायज मांगांे को भी नजरअंदाज करती चली जा रही है। अब आरपार की लड़ाई की जरूरत है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि सरकार को चाहिए कि सफाई कर्मचारियों की सेवा नियमावली तत्काल प्रख्यापित करके पदोन्नति किया करे। पीडब्लूडी डिप्लोमा सिंह के जिलामंत्री ईं.केके दुबे ने कहा कि सरकार ने कई भत्तों को रोक दिया है। बहाल नहीं किया गया तो सभी कार्य बाधित कर दिया जाएगा। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष प्रशांत मणि ने कहा कि जिन विभागों में पदोन्नति नहीं है उन विभागों में 10, 16 व 20 वर्ष की सेवा पूरी करने पर प्रोन्नति वेतनमान दिया जाय। इस दौरान विकास भवन लेखा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जिलाध्यक्ष समीउद्दीन अंसारी, कोषागार संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप श्रीवास्तव, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगजीवन पटेल, राजस्व संग्रह अमीन संघ के जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्र, डिप्लोमा इंजीनियर संघ के जिलाध्यक्ष सुग्रीव प्रसाद, अधिनस्थ कृषि सेवा संघ के जिलाध्यक्ष सरवन, सिंचाई संघ कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष परमेंद्र सिंह,विकास भवन कर्मचारी संघ के जिलामंत्री अखिलेश्वर त्रिपाठी, विकास भवन के जिलाध्यक्ष बृजभूषण ने भी संबोधित कर आवाज बुलंद की। प्रांतीय पर्यवेक्ष घनश्याम पांडेय ने पुरानी पेंशन बहाल किए जाने व कैशलेश चिकित्सा में पांच लाख की सीमा समाप्त करने को आवाज उठाई। इस दौरान अनूप सिंह, अम्बरीश, मुन्ना चौधरी, रामराज, छोटेलाल, जगपति प्रसाद, पारसनाथ यादव, रामजीत, धर्मेन्द्र यादव, राजेन्द्र प्रसाद, शिवशंकर, विजय सिंह, राजकुमार चौहान, सरोज कुमार, रमेश, रामप्रीत, राजमंगल, विवेकानंद, अजीत कुमार सिंह, रामबेचन, प्रवीण श्रीवास्तव, आदि मौजूद रहे।