सीएम योगी के विजन के तहत महाराजगंज, बस्ती, सहारनपुर और औरैया में मल्टी एंड रीलिंग यूनिट्स की स्थापना
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश: प्रदेश में रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने एक और कदम बढ़ाया है। रेशम विकास विभाग ने 10 बेसिन यूनिट्स की क्रय प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन यूनिट्स की डिलीवरी और इंस्टॉलेशन के लिए एक कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी की नियुक्ति की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन अनुसार प्रदेश के रेशम उद्योग को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न क्लस्टरों में कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में, महाराजगंज, बस्ती, सहारनपुर और औरैया को मल्टी एंड रीलिंग यूनिट्स से लैस करने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। इन यूनिट्स में 10 बेसिन यूनिट्स शामिल हैं, जिनकी क्रय प्रक्रिया रेशम विभाग ने प्रारंभ की है।
यूनिट्स की विशेषताएं:
मल्टी एंड रीलिंग यूनिट्स में कई आधुनिक मशीनरी कॉम्पोनेंट्स शामिल होंगे, जैसे कि 50 किलोग्राम कैपेसिटी वाला हॉट एयर ड्रायर, कोकून सॉर्टिंग टेबल, ब्रशिंग प्रक्रिया के लिए दो पैन टेबल्स, सर्कुलर प्रेशराइज्ड कोकून कुकिंग, और वैक्यूम प्रीमिएशन प्री ट्रीटमेंट इक्विपमेंट। इन बेसिन यूनिट्स में 10 एंड्स प्रति बेसिन वाली बेसिन मल्टीएंड रीलिंग मशीन, विंडो क्लोज्ड टाइम री-रीलिंग मशीन (5 एंड्स प्रति विंडो), स्मॉल रील पर्मिएशन सेंटर, और 600 ग्राम कैपेसिटी वाली इलेक्ट्रॉनिक बैलेंस जैसी सुविधाएं भी होंगी।
डिलीवरी और इंस्टॉलेशन:
रेशम विभाग द्वारा नियुक्त कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी को कार्यावंटन के उपरांत 90 दिनों के भीतर इन यूनिट्स को निर्धारित जिलों में डिलीवर और इंस्टॉल करना होगा। इस प्रक्रिया के लिए उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय और राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम से पंजीकृत कंपनियों को वरीयता दी जाएगी।
वैधता और रियायतें:
क्रय, स्थापना और संचालन की प्रक्रिया के लिए 180 दिनों का वैलिडिटी पीरियड तय किया गया है। पंजीकृत कंपनियों को अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (ईएमडी) में भी रियायत दी जाएगी।