तीन दिनों से आपूर्ति बाधित होने से शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सांसत
न्यूज़ डेस्क महराजगंज….(विमलेश नायक हैप्पी की रिपोर्ट)
महराजगंज | ऊर्जा निगमों की शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये व दमनात्मक कार्य प्रणाली के विरोध में एवं बिजली कर्मियों की वर्षों से लम्बित न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजलीकर्मियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आज तीसरे दिन भी जारी रहा। संघर्ष समिति ने ऊर्जा निगमों में टकराव के लिए शीर्ष प्रबन्धन के नकारात्मक व हठधर्मी कार्य-प्रणाली को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही चेयरमैन व सरकार को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए माननीय ऊर्जा मंत्री जी प्रभावी हस्ताक्षेप करन की अपील की विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, महराजगंज के ई यश पाल सिंह. ई. ए०के० सिंह, ई. उपेन्द्र नाथ चौरसिया, ई आलोक रंजन गुप्ता, ई. आशुतोष त्रिपाठी, ई अरविन्द सिंह, ई. सन्तोष कुमार सिंह, ई. कृष्णानन्द, ई. पुष्कर उपाध्याय, ई. छेदी प्रसाद, ई. पी. एन. मौर्या ई. आलोक कुमार, रानी चौरसिया, मृणाल सिंह, सुरेश सिंह, जुबैर खान, बृजभान लाल, अशोक पासवान, छेदी, इकबाल अहमद पदाधिकारियों ने आज जारी बयान में बताया कि आम जनता को तकलीफ न हो, अत: कार्य बहिष्कार के प्रथम चरण में उत्पादन गृहों, पारेषण विद्युत उपकेन्द्रों, सिस्टम आपरेशन और 33 के०वी० विद्युत उपकेन्द्रों में पाली में कार्यरत बिजली कर्मियों को कार्य बहिष्कार आंदोलन से अवमुक्त रखा गया है। उन्होंने ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठधर्मिता और बिजली कर्मियों के समस्याओं के प्रति उपेक्षात्मक रवैये के कारण आज पूरे प्रदेश के बिजलीकर्मी संघर्ष के रास्ते पर है। यदि ऊर्जा निगम का शीर्ष प्रबचन द्वारा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए द्विपक्षीय वार्ता से समस्याओं को समाधान निकालने वाली कार्य प्रणाली अपनायी। गयी होती तो ऊर्जा निगमों में यह टकराव उत्पन्न न होता और न ही ऊर्जा की परफारमेंस व रेटिंग गिरती ऐसा प्रतीत होता है कि शीर्ष प्रबन्धन द्वारा सरकार को वास्तविक तथ्यों के विपरीत गुमराह किया जा रहा है जिस कारण टकराव का वातावरण बना है। बिजली कर्मियों ने स्पष्ट किया है कि उनका आंदोलन शान्तिपूर्ण और पूर्ण रूप से लोकतांत्रिक है और मात्र ध्यानाकर्षण के लिए है। इस आन्दोलन के लिए जनता को हो रही परेशानी के ऊर्जा निगम का शीर्ष प्रबन्धन जिम्मेदार है, जो जनता के बीच सरकार व बिजली कर्मियों की छवि खराब कर रहे हैं। पदाधिकारियों ने आगे बताया कि कार्य बहिष्कार व विरोध प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा। बिजली कर्मियों ने यह भी चेताया कि शान्तिपूर्ण आन्दोलन पर या किसी भी बिजली कर्मी पर कोई दमनात्मक या उत्पीड़न की कार्यवाही करने की कोशिश भी की गई तो इसकी तीखी प्रतिक्रिया होगी।