लोकसभा चुनावों में हार के बाद योगी आदित्यनाथ के सितारे गर्दिश में, लेकिन नई नियुक्ति से मिली राहत
उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मिली हार के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे थे। संगठन और सरकार दोनों ही स्तर पर आलोचना हो रही थी। हार की समीक्षा में यह बात सामने आई कि बीजेपी समर्थकों के नाम वोटिंग लिस्ट से गायब थे और कई चुनाव क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन का सहयोग नहीं मिला। इन सबके बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए एक अच्छी खबर आई है – उन्हें सात सालों बाद प्रदेश के मुख्य सचिव के रूप में उनका पसंदीदा अफसर मनोज सिंह मिला है।
मनोज सिंह की नियुक्ति से बढ़ी उम्मीदें
1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह को उत्तर प्रदेश का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। सिंह ने हाथरस घटना में अपनी सक्रियता से अपनी कार्यशैली का परिचय दिया है। इस पद पर नियुक्ति के बाद यह संदेश गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अब प्रशासनिक व्यवस्था पर मजबूत पकड़ है।
सिंह का अनुभव और योगी के प्रति वफादारी
मनोज सिंह पहले कृषि उत्पादन आयुक्त, पंचायती राज और बागवानी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, यूपी एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण और यूपी राज्य राजमार्ग प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। सिंह की खासियत है कि वे हर दिन कार्यालय में लगभग 14 घंटे बिताते हैं, जो योगी आदित्यनाथ को बहुत प्रभावित करता है।
विपक्ष और संगठन को मिला संदेश
मुख्य सचिव की नियुक्ति से यह स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक भविष्य सुरक्षित है। लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार हरीश तिवारी का कहना है कि मनोज सिंह की नियुक्ति के साथ ही यह संदेश गया है कि योगी आदित्यनाथ 2027 के विधानसभा चुनाव तक पूर्ण शक्ति में रहेंगे। सिंह का रिटायरमेंट 2025 में है, लेकिन उन्हें सेवा विस्तार मिलना तय है।
कैबिनेट में विरोधियों को मिलेगा जवाब
बीजेपी के भीतर भी योगी विरोधियों की संख्या कम नहीं है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम और कई अन्य नेता असंतोष जताते दिखे थे। लेकिन मनोज सिंह की नियुक्ति से योगी आदित्यनाथ को प्रशासनिक स्तर पर मजबूत किया गया है, जिससे विरोधियों को भी संदेश मिला है कि योगी आदित्यनाथ को कमजोर नहीं किया जा सकता।