बॉर्डर न्यूज़ लाइव, उत्तर प्रदेश
लखनऊ। लोकसभा चुनावों में करारी हार से नाराज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने यूपी संगठन की सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। उन्होंने यह फैसला घोसी सीट पर अपने बेटे डॉ. अरविंद राजभर की हार और जहूराबाद में बीजेपी की हार के बाद लिया।
सभी इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग किया गया
पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव और ओम प्रकाश राजभर के बेटे डॉ. अरविंद राजभर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर यूपी प्रदेश कार्यकारिणी के साथ पूर्वांचल, मध्यांचल, बुंदेलखंड, पश्चिमांचल के प्रदेश, मंडल, जिला, विधानसभा और ब्लॉक की मुख्य इकाई के साथ सभी मोर्चों व प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है।
चुनावी हार और समीक्षा के बाद लिया गया फैसला
बीजेपी के साथ दोबारा जुड़ने और एनडीए का हिस्सा बनने के बाद सुभासपा चुनावों में उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाई। इसका पहला लिटमस टेस्ट घोसी उपचुनाव में हुआ, जहां सपा ने जीत हासिल की। हार के बावजूद बीजेपी ने राजभर और उनकी पार्टी पर भरोसा बनाए रखा और उन्हें कैबिनेट में जगह मिली।
राजभर का आत्मविश्वास टूटा
कई सार्वजनिक मंचों पर राजभर ने खुद को केंद्रीय नेतृत्व का करीबी बताया, लेकिन लोकसभा चुनावों में उनका आत्मविश्वास टूट गया। चुनावी हार के बाद उनका एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि मोदी और योगी का जादू नहीं चला। हालांकि, बाद में उन्होंने इस वीडियो को फेक बताया।
सुभासपा का राजनीतिक सफर
ओम प्रकाश राजभर ने वर्ष 2002 में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का गठन किया और धीरे-धीरे पार्टी ने यूपी और बिहार में अपनी पहचान बनाई। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में सुभासपा ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर चार सीटें जीती थीं। 2022 के विधानसभा चुनावों में सुभासपा ने सपा के साथ गठबंधन कर कुछ सीटों पर जीत हासिल की।