बॉर्डर न्यूज़ लाइव, सुल्तानपुर/लखनऊ
सुल्तानपुर में हाल ही में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर पर राजनीति गर्मा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनकाउंटर वाहवाही के लिए किया गया है और जातिगत भेदभाव के तहत कार्रवाई हो रही है। उन्होंने दावा किया कि सरकार अपने सजातियों को बचा रही है और पिछड़ी जातियों को निशाना बना रही है।
सुल्तानपुर एनकाउंटर मामले की मजेस्ट्रीटियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। इस घटना पर प्रदेश में विपक्षी दलों का विरोध तेज हो गया है। सपा ने कहा है कि इस एनकाउंटर के पीछे साजिश है और पुलिस ने जानबूझकर इसे अंजाम दिया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सपा और बीजेपी दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियां कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रही हैं, जबकि असल में दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं। मायावती ने कहा कि बीजेपी और सपा की सरकारों में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल रहा है, जबकि बीएसपी के शासनकाल में कोई फर्जी एनकाउंटर नहीं हुए और न्याय बिना जाति-धर्म के भेदभाव के दिया गया।
मायावती ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “अपराध, अपराधी और जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है। बीजेपी और सपा दोनों ही कानून-व्यवस्था पर नाटक कर रहे हैं। सपा के शासनकाल में भी कानून-व्यवस्था का हाल बेहद खराब था और दलितों, पिछड़े वर्गों, व्यापारियों पर अत्याचार होते रहे थे।”