महिला दारोगा के गंभीर आरोपों पर थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र और सब इंस्पेक्टर अमित प्रसाद पर हुई कार्रवाई, जांच में दोषी पाए गए
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, आगरा
उत्तर प्रदेश के आगरा में एक महिला दारोगा को रात में फोन करके कमरे में बुलाने के आरोप में थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र को निलंबित कर दिया गया है। इसी मामले में सब इंस्पेक्टर अमित प्रसाद पर भी कार्रवाई की गई है। आगरा कमिश्नर को लिखे पत्र में महिला दारोगा ने आरोप लगाया था कि थाना प्रभारी उस पर बदनीयत रखता है और उसे विभिन्न तरीकों से परेशान करता है।
महिला दारोगा ने बताया कि होली के दिन थाना प्रभारी ने उसे जबरन थाने में बैठाए रखा और फिर अचानक उसे पकड़कर किस करने लगा। विरोध करने पर धमकी दी कि अगर किसी से कुछ कहा तो रपट लगा दूंगा। इसके अलावा, 20 जून को रात 12 बजे फोन करके उसे कमरे में बुलाया, मना करने पर थाने से हटाने और बदनाम करने की धमकी दी।
घटना का विवरण:
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि ट्रेनी महिला दारोगा की शिकायत पर थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र और सब इंस्पेक्टर अमित प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। जांच में दोनों को दोषी पाया गया है। इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कराई जा रही है।
पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड़ ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा को जांच सौंपी है। सोमवार को एसीपी अपनी रिपोर्ट पेश करेंगी। इस मामले में दोषी पाए जाने पर थाना प्रभारी पर केस भी दर्ज हो सकता है।
पुराने मामलों का विवरण:
थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र पर पहले भी बुलंदशहर में तैनाती के दौरान एक महिला आरक्षी ने गंभीर आरोप लगाए थे। महिला आरक्षी को कमरे में रखने का दबाव बनाया गया था और मकान पर जाकर उसे लेने की कोशिश भी की गई थी। इसके अलावा, कुछ दिनों पहले एत्माद्दौला थाना में ही एक महिला के साथ उनकी वॉट्सऐप चैट भी वायरल हुई थी, जिसमें उन्होंने महिला के कमरे पर आने की इच्छा जताई थी।