बॉर्डर न्यूज़ लाइव, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में सोमवार को एक 10वीं के छात्र ने हॉस्टल में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की जानकारी मिलते ही विद्यालय के शिक्षक छात्र को फंदे से उतार कर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से परिजन और विद्यालय प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
यह घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के कुरावली रोड स्थित डॉ. किरन सौजिया सीनियर सेकंडरी एजुकेशनल एकेडमी के हॉस्टल की है। मृतक छात्र शिवम (15) औंछा थाना क्षेत्र के नगला देवी गांव का निवासी था। शिवम अपने पिता रामप्रसाद का पुत्र था और इस वर्ष 10वीं का छात्र था।
छुट्टियों में शिवम अपने गांव गया हुआ था और एक जुलाई को स्कूल खुलने के बाद सुबह हॉस्टल लौटा। वह तीसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में चला गया। दोपहर के समय जब एक शिक्षक कमरे की ओर गए तो उन्होंने देखा कि शिवम फंदे पर लटका हुआ था। आनन-फानन में छात्र को फंदे से उतार कर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रशासन और परिजनों की प्रतिक्रिया…
छात्र की मौत की खबर सुनते ही शिक्षकों और परिजनों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। जिला अस्पताल में काफी देर तक छात्र का शव स्ट्रेचर पर ही पड़ा रहा और इस दौरान स्कूल संचालक भी वहां नहीं पहुंचे। पुलिस को भी तुरंत सूचना नहीं दी गई थी। छात्र की मौत की खबर मिलते ही परिजन कोहराम मचा हुआ था।
खुदकुशी के कारणों पर उठे सवाल….
छात्र की खुदकुशी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। हॉस्टल में आने के बाद ही शिवम ने खुदकुशी क्यों की, यह समझ पाना मुश्किल हो रहा है। हॉस्टल में इस तरह की मौत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी भोगांव के नवोदय में एक छात्रा की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया था, जिसका आज तक कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल पाया है।
जांच की आवश्यकता….
शिवम की खुदकुशी के कारणों को जानने के लिए गहन जांच की आवश्यकता है। अगर शिवम को कोई परेशानी थी या कोई और वजह थी, तो उसने घर पर क्यों नहीं खुदकुशी की? हॉस्टल में आने के कुछ घंटों में ही ऐसा क्या हुआ जो उसने जान दे दी? इन सवालों के जवाब मिलना भी जरूरी है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस को मामले की जानकारी नहीं दी गई थी।