– समय से भुगतान नहीं मिलने के कारण ग्रामप्रधान का जेब हो रहा खाली
– विगत छ: माह में प्राथमिक विद्यालय नौनिया को मिला 3 हजार का भुगतान
निचलौल डेस्क/महाराजगंज |
सरकारी विद्यालयों में शासन द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी मिड डे मिल योजना अब ग्राम सभाओं पर भारी पड़ता दिख रहा है | विगत 6 माह से मिड डे मिल योजना के तहत भुगतान ना होने के कारण सम्बंधित ग्रामसभा के ग्राम प्रधान का जेब खाली होता दिख रहा है |

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निचलौल ब्लाक के नौनिया ग्रामसभा में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थित है | जहां बच्चों की संख्या भी ठीक ठाक है शासन के निर्देशानुसार संबंधित विद्यालयों में मिड डे मिल के तहत भोजन भी दिया जाता है पर उसके भुगतान में विलम्ब के कारण सम्बंधित ग्रामसभा के ग्रामप्रधान दुखी है | ग्रामसभा के नौनिया में स्थित प्राथमिक विद्यालय में करीब 1 सौ तीन छात्र पंजीकृत है जिनकी सामन्यत: उपस्थिति 75 के आसपास बताई गई | विद्यालय के सहायक अध्यापक व इंचार्ज अमित कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार बच्चों को नियमानुसार भोजन उपलब्ध कराया जाता है | मिड डे मिल के तहत प्रति छात्र करीब 5 रुपये के बजट का प्रावधान है और विद्यालय में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 75 पंजीकृत छात्र उपस्थित भी रहते है ऐसे में प्रतिदिन करीब 3 सौ 73 रुपये मिड डे मिल के तहत खर्च आता है जो ग्राम प्रधान द्वारा शासन द्वारा मिले धनराशी से खर्च किया जाता है | जब इस बावत नौनिया ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बनवारी यादव से बात की गई तो उनका कहना था कि मिड डे मिल योजना से आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है | महज प्राथमिक विद्यालय की बात करे तो करीब माह में 9 हजार रूपये का खर्च है करीब 6 माह के बाद सिर्फ 3 हजार रूपये का भुगतान प्राप्त हुआ है वही हाल उच्च प्राथमिक विद्यालय का भी है जहा सिर्फ 5 हजार का भुगतान किया गया है | विद्यालय के बच्चो पर कोई प्रतिकूल असर ना पड़े इसके लिए इधर उधर से उधार लेकर मिड डे मिल योजना को चलाया जा रहा है अगर भुगतान प्रणाली में सुधर नहीं हुआ तो ग्रामप्रधान कबतक अपनी जेब से मिड डे मिल योजना चलाता रहेगा |